जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट में अब तक 23 मौत:9 बच्चों ने भी तोड़ा दम; 24 घंटे में दूल्हे के मां-बाप और भतीजा भी चल बसा

जोधपुर में हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट के हादसे में मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। पांच दिन पहले हुए इस ब्लास्ट में मंगलवार को पांच और मौतें हुईं। दम तोड़ने वालों में दूल्हे के पिता और एक मासूम भतीजा शामिल है। इस भीषण हादसे में अब तक 9 बच्चे दम तोड़ चुके हैं। जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती अन्य 8 बच्चों की हालत गंभीर है।

इससे पहले सोमवार को इलाज के दौरान दूल्हे की मां सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। मौतों का आंकड़ा बढ़कर अब 23 हो गया है। जिन लोगों ने दम तोड़ा वे 50 प्रतिशत से अधिक झुलसे हुए थे। इनमें एक ऐसी महिला शामिल है, जो 40 फीसदी झुलसी हुई थी।

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मंगलवार को महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान दूल्हे के पिता सगत सिंह (55), दिलीप कुमार (24), सुगन कंवर (56), आईदान सिंह (9), सूरज कंवर (50) की डेथ हो गई। करीब 7 लोग अभी भी आईसीयू में हैं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

सिलेंडर ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला कलेक्टर ने डॉक्टरों के साथ घायलों के परिजनों से भी बात की।
सिलेंडर ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला कलेक्टर ने डॉक्टरों के साथ घायलों के परिजनों से भी बात की।

मंगलवार को हुई मौतों की जानकारी मिलने पर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने घायलों के इलाज के बारे में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिलीप कच्छावा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा से इलाज के बारे में जानकारी ली।

फिलहाल यहां पर मरीजों के परिजनों के लिए एक काउंसिलिंग कक्ष बनाया गया है। इसमें बैठे अस्पताल के स्टाफ मरीजों के इलाज के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

दूल्हे के बड़े भाई सांग सिंह हादसे में पहले एक बच्चे और भतीजी को खो चुके हैं। मंगलवार को उनके एक और बेटे आईदान सिंह की भी मौत हो गई।
दूल्हे के बड़े भाई सांग सिंह हादसे में पहले एक बच्चे और भतीजी को खो चुके हैं। मंगलवार को उनके एक और बेटे आईदान सिंह की भी मौत हो गई।

अस्पताल में अब हर कोई दुआ कर रहा है कि मौतों का यह आंकड़ा यहीं रुक जाए। पांच दिन में 22 मौतों का आंकड़ा काफी बड़ा है। अस्पताल में लाने के बाद 21 लोग दम तोड़ चुके हैं। अभी भी 31 लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

दूल्हे को तैयार करने आया था दिलीप
24 साल के दिलीप सैन की भी मंगलवार को मौत हो गई। वह दूल्हे को तैयार करने के लिए आया था। हादसे के बाद वह लोगों को बचाने के लिए खिड़की तोड़ कमरे में घुसा और तीन लोगों को आग से बचाकर घर से बाहर निकला। इस दौरान वह 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गया था।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बोहरा ने बताया कि घटना के बाद से ही प्लास्टिक सर्जन रजनीश गालवा व अन्य डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है।

प्रत्येक वार्ड में डॉक्टर्स व नर्सेज अपनी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं। 24 डॉक्टरों की टीम दिन-रात इलाज में जुटी है। इनमें सीनियर और जूनियर सहित रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हैं।

अब जागा प्रशासन, जारी किए निर्देश
जिला प्रशासन ने जोधपुर के कीर्तिनगर एवं भूंगरा (शेरगढ़) में हुए हादसों को देखते हुए जिले के सभी बीपीसीएल/आईओसीएल/एचपीसीएल गैस एजेंसीधारकों को विस्तृत निर्देश जारी किए हैं।

इसमें सिलेंडर में गैस रिसाव/लीक की पूर्ण जांच करने, आवश्यक होने पर उपभोक्ताओं को सिलेंडर वासर को चेंज करके सिलेंडर आपूर्ति कराने आदि निर्देश हैं।

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