मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने तीसरे कार्यकाल का पांचवा और अंतिम बजट पेश किया। हर बार की तरह उनके अपने घर यानी जोधपुर को इस बार भी काफी उम्मीदें थी। इनमें से कई उम्मीदें तो पूरी होती दिखी है लेकिन कई बड़े प्रोजेक्ट जोधपुर के हाथ में नहीं आने का मलाल भी रहा। जोधपुर को इससे पहले भी 4 साल में कई घोषणाओं के जरिए सौगाते मिली थी।

Jodhpur Budget 2023
यहां देखे जोधपुर को क्या मिला..
– 25 करोड़ की लागत है जोधपुर में महात्मा गांधी दिव्यांग विश्वविद्यालय
– गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट लाया जाएगा। जोकि ऑनलाइन कंपनियों में असंगठित तौर पर काम करते हैं। जैसे ओला, उबर और जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय।
– जोधपुर में 500 करोड़ की लागत से मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापन
– स्ट्रेस से बचाने के जयपुर, जोधपुर और कोटा में साइक्रेटिक काउंसिलिंग सेंटर
– जोधपुर के साइंस पार्क में आईटी और अन्य उत्पादों की लाइब्रेरी
-जोधपुर-कोटा-उदयपुर 10-10 करोड़ की प्लेनेटोरियम (तारामंडल)
– सलीम दुरानी आवासीय स्पोर्ट्स स्कूल जोधपुर संभाग सहित अन्य स्थानों पर खुलेंगे।
– जोधपुर से अन्य जिलों में वेद विद्यालय खुलेंगे।
– प्रदेश में 1000 नए महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल खुलेंगे, जोधपुर भी लाभान्वित होगा।
– भर्ती परीक्षाओं में वन टाइम परीक्षा शुल्क लेने के बाद बाकी सभी परीक्षाएं निशुल्क होगी।
– युवाओं पर बजट फोकस किया है। नवीन युवा नीति लाई जाएगी।
– प्रदेश के 76 लाख परिवारों को ₹500 में गैस सिलेंडर मिलेंगे। इसमें जोधपुर के भी कई परिवार लाभान्वित होंगे।
यह भी है उम्मीद
पिछले 4 साल बजट में जोधपुर को 300 से ज्यादा सौगाते मिली है। इनमें से 70% से ज्यादा पर काम भी शुरू हो चुका है। इस बार जिस मांग के पूरा होने की सबसे उम्मीद लगाई जा रही है वह मेट्रो परियोजना है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री इस सरकार के अंतिम बजट में जोधपुर को जयपुर की तर्ज पर मेट्रो की सौगात दे सकते हैं।
बरसो अटकी मेट्रो की मांग चढ़ी परवाज
जोधपुर में मेट्रो परियोजना को साकार करने के लिए 10 साल बाद एक बार फिर से मांग उठी है। पिछली बार जब कांग्रेस की सरकार थी और केंद्र में कमलनाथ मंत्री थे तब सीएम अशोक गहलोत ने यह मांग रखी थी तब डीपीआर बनाने के आदेश भी जारी हो गए थे। लेकिन इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।
हेरिटेज संरक्षण और पर्यटन को भी उम्मीद
जोधपुर के हेरिटेज संरक्षण और पर्यटन को भी इस बजट से काफी उम्मीद है। हाल ही में जी-20 सम्मेलन के दौरान जोधपुर के हेरिटेज की ताकत को विश्व ने देखा है। जोधपुर का हेरिटेज वॉक पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ है। इसी के लिए विशेष बजट देने की मांग भी शहर कर रहा है।
फलोदी को जिला बनाने की मांग
बजट में एक कयास यह भी लगाया जा रहा है कि राजस्थान में नए जिलों के गठन के लिए घोषणा हो सकती है। ऐसे में जोधपुर जिले का फलोदी कस्बा लंबे समय से मांग कर रहा है। जोधपुर और जैसलमेर जिले के कुछ हिस्से को तोड़कर फलौदी नया जिला बनाया जा सकता है।
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